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इस दिहाड़ी मजदूरन को पैसे का लालच दे के प्रकाश ने अपने दोस्त सागर को भी उसके उपर चढ़ा दिया. लेकिन सागर के लिए चोदने का अनुभव कुछ नए काम के जैसा था. वो बार बार अपने लंड को बुर में घुसाने की नाकाम कोशिशों में लगा हुआ था. लेकिन लंड बार बार अंदर जाने की जगह फिसल के बहार आ जाता था.अब जाहिर सी बात हैं की रंडी को भी इस बार बार के घोंचन से दर्द होगा ही. तभी तो वो बार बार बोल रही हैं की धीर धीरे करो, धीर धीरे करो.
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